हमसफ़र कैसा हो???

Shikha Dhimaan
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हमसफ़र ऐसा हो, जो मेरा साथ दे, जिसका मैं साथ निभाऊ ।।

जिसे मैं समझू, जो मुझे समझे ।

जिसे मेरी जरुरत हो, जिसकी ख्वाहिशे मैं पूरी कर जाऊ ।।

जो भले ही दिखने में कम अच्छा हो ।

पर चरित्र जिसका पक्का हो ।।

"ना" लगाऊ जिसपे मैं बंदिशे, जो मेरी उड़ानो का हौसला हो ।

जिसके साथ मैं हमेशा उसकी हिम्मत बन खड़ी रहू, जो मेरी सफलता का हिस्सा हो ।।

भले ही मेरे लिए बड़ी बड़ी चीज़े ना करे ।

लेकिन जिसे मेरी छोटी छोटी खुशियों का ध्यान रहे ।।

जो मुझसे रूठे, जिसे मैं मनाऊ ।

हमसफ़र ऐसा हो, जो मेरा साथ दे, जिसका मैं साथ निभाऊ ।।

ठंडी हवाएं हो, वो हो, मैं हूं, उसका हाथ मेरे हाथों में हो ।

जिसके साथ बिना किसी डर के उसका हाथ थाम कर चलती जाऊ ।।

जो भले ही मुझे शॉपिंग पर ना ले जाए ।

लेकिन कहे "सुनो आज साथ में गोलगप्पे खाये" ।।

जो करे नादानियाँ दिल खोल कर ।

लेकिन जिस से मुझे तकलीफ हो वो चीज़े ना दोहराई जाएं ।।

हा मैं भी वादा करूंगी ।

उसकी इज्जत, हिफाजत और ध्यान दिल से रखूंगी ।।

उसकी ख़ुशी दोगुनी और दुख आधा कर जाऊ ।

हमसफ़र ऐसा हो, जो मेरा साथ दे, जिसका मैं साथ निभाऊ ।।


मैं और मेरे छोटे छोटे सपने ..... जारी रहेंगे ...

शिखा धीमान ✍️


हमसफ़र कैसा हो???

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