आज-कल के जो रिश्ते हैं ना वो रिश्ते कम, सौदेबाजी ज्यादा लगती है... हर कोई अपने मतलब के लिए, अपने लालच के लिए रिश्ते रखता है....
कभी कभी ना मैं महसूस करती हूं कि यार मुझे कभी कोई मेरे जैसा निस्वार्थ रिश्ते निभाने वाला क्यू नहीं मिला... मतलब यह कि मुझे कभी कोई मेरे जैसा पार्टनर मिले जो मेरे लिए इतना ही निस्वार्थ हो जितनी मैं हूं …
शिखा✍️